ताऊते चक्रवाती तूफान अरब सागर से टकराकर गोवा के तट से होते हुए गुजरात की ओर बढ़ गया है इसके प्रभाव से पश्चिमी तट के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। आंधी चल रही है । 7 राज्य इससे सीधे तौर पर प्रभावित हैं। इसमें छत्तीसगढ़ शामिल नहीं है, लेकिन यहां का मौसम भी इस चक्रवात से प्रभावित होगा।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा कहते हैं, 'प्रभाव क्षेत्रों से दूर होने के कारण इस चक्रवात का सीधा असर छत्तीसगढ़ पर नहीं पड़ेगा. लेकिन मौसम में बदलाव संभव है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल छा सकते हैं और कुछ स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। अभी बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवा भी आ रही है। ऐसे में बारिश की संभावना बढ़ जाती है। छत्तीसगढ़ में विभिन्न स्थानीय प्रभावों के कारण लगभग हर दिन एक या दो स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो रही है। या गरज-चमक के साथ छींटे।
तूफान की चपेट में है यह इलाका
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार दोपहर 2.30 बजे, चक्रवात गोवा के पणजी तट से 150 किमी दक्षिण-पश्चिम, मुंबई से 490 किमी दक्षिण-पश्चिम और गुजरात में वेरावल से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में था। तूफान का असर केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, पश्चिमी राजस्थान और लक्षद्वीप में भी हो सकता है। इस चक्रवात को म्यांमार ने ताऊ ते नाम दिया है। तूफान के दौरान बारिश के साथ हवा 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती है।
मध्य प्रदेश के ऊपर एक चक्रवात
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, एक चक्रवाती चक्रवात मध्य मध्य प्रदेश से 1.5 किमी ऊपर स्थित है। राज्य को बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी मिल रही है। इससे राज्य के एक-दो स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश या छींटे पड़ने की संभावना है। राज्य में एक-दो जगहों पर गरज-चमक और बिजली गिरने की संभावना है। राज्य में अधिकतम तापमान में कोई बदलाव की संभावना नहीं है।