बिलासपुर । छत्तीसगढ़ में सीएम भूपेश बघेल के विधानसभा में पेश 2022-23 के बजट को उपनेता प्रतिपक्ष व मस्तूरी विधायक ने सिर्फ खानापूर्ति बताया है। उन्होंने भूपेश सरकार के चौथे बजट को दिशाहीन और निराशा से भरा बजट करार दिया है।
उन्होंने कहा है कि बजट में न दूरदर्शिता है ना ही विज़न है। महिलाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं बेरोजगारों, किसानों, मजदूरों, बुजुर्गों, बेटियों के लिए इस बजट में कुछ भी नही है
डॉ.बाँधी ने सीएम आफिस के लिए
लिए 591 करोड़ रुपये और छत्तीसगढ़ के 20 लाख बेरोजगार युवाओं के लिए मात्र 2 करोड़ देना इस निकम्मी भूपेश सरकार की नियत को दिखाता है। आदिवासियों के सर्वांगीण विकास, सम्मानजनक जीवन-स्तर और उनकी पूरी सुरक्षा को लेकर यह बजट मौन है। भूपेश सरकार के इस बजट में विकास कोई विजन नहीं दिखता। इस बजट से जनता पूरी तरह निराश है।