जनपद पंचायत में ग्रामीणों ने मटके और प्लास्टिक के डिब्बे फोड़ कर किया प्रदर्शन
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र मझौली के सुनवानी गांव में मची पानी की त्राहि-त्राहि
महिला और बच्चों के साथ पहुंचे ग्रामीण, बोले नहीं सुनते अधिकारी
मझौली
पूर्व मंत्री अजय विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र मझौली तहसील के सुनवानी गांव के लोग भीषण जल संकट से गुजर रहे है। गांव में लगे हैंडपंप और बोरिंग पूरी तरह सूख गई। ग्रामीण बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं लेकिन अधिकारी जल संकट को लेकर ग्रामीणों की कोई भी बात सुनने को तैयार नहीं है।
शुक्रवार को आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के साथ जनपद पंचायत मझौली के कार्यालय पहुंचकर खाली मटको और डिब्बों को कार्यालय के सामने फोड़कर जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों का आरोप था कि पिछले 15 दिन से पूरा गांव बूंद बूंद पानी के लिए परेशान है, लेकिन ना तो गांव का सचिव पानी के लिए कोई प्रयास कर रहा है और ना ही पीएचई विभाग के कोई जिम्मेदार अधिकारी। जिसको लेकर ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा।
चिलचिलाती धूप में प्रदर्शन कर रहे थे ग्रामीण केबिन में आराम से बैठी थी जनपद सीईओ
जल संकट को लेकर अधिकारी किस प्रकार ग्रामीण क्षेत्रों में उदासीन है इसका जीता जागता नमूना जनपद कार्यालय में भी देखने को मिला। जल संकट को लेकर ग्रामीण जहां चिलचिलाती धूप में बाहर महिलाओं और बच्चों के साथ प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ जनपद पंचायत मझौली की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सौम्या जैन केबिन में आराम से बैठी रहीं। उनके पास इतना भी समय नहीं था कि वह बाहर निकल कर ग्रामीणों की समस्याएं सुन सके या उनके द्वारा देने वाले ज्ञापन को लें।
जनपद के अधिकारी ने ली ज्ञापन की प्रति
बाद में जनपद पंचायत के एक अधिकारी द्वारा गांव वालों को कमरे में बुलाया गया और आवेदन की प्रति रख ली गई। इस मौके पर राम जी मेहरा, प्रीती दहिया, संध्या, आशाबाई, पंचम लाल, प्रभा, निशांत, कमलेश्वर, कमलाबाई भूमिया, गंगाबाई, पिंकी, पार्वती, जानकी, अर्चना, कांता, अभिषेक, कुसुम सहित सभी लोग उपस्थित थे।
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प्रशांत बाजपेई