बिलासपुर।सैर सपाटे के लिहाज से पर्यटकों के बीच कानन पेंडारी जू के बाद कोई दूसरी जगह है तो वह अचानकमार टाइगर रिजर्व है वैसे तो यहां प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिन शनिवार और रविवार को संख्या सामान्य दिनों से अधिक रहती है इसमें एक ही परिवार या मित्रो का गुट ज्यादातर रहता हैं एक जिप्सी में 6 से अधिक पर्यटक को बैठने की अनुमति नहीं है इसलिए जब भी बुकिंग होती है तो जिप्सी की होती है वर्तमान में टाइगर रिजर्व के अंदर 7 जिप्सी हैं सभी की हमेशा बुकिंग रहती है लेकिन बस की बुकिंग कराने वाले पर्यटक कम रहते हैं प्रबंधन 5 से 6 पर्यटकों के लिए बस को नहीं चलाता 15 से अधिक की संख्या पर बुकिंग का प्रावधान है यही कारण है कि जब से बस की सुविधा उपलब्ध हुई है मुश्किल से 4 से 5 बार ही बस भ्रमण मार्ग पर गई बाकी समय खाली शिव तराई में खड़ी रहती है जो कहीं ना कहीं यह टाइगर रिजर्व प्रबंधन का नुकसान है और नहीं चलने के कारण बस के उपकरण भी खराब हो रहे हैं इस बस को नियमित चलाने की जरूरत है लेकिन बुकिंग ही नहीं मिल पा रही है इसके बावजूद प्रबंधन उस योजना को भी लागू नहीं कर रही है जिसमें इस बस को शहर या आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक भेजने की योजना थी जैसे ही ग्रुप बुकिंग के लिए बस टाइगर रिजर्व के बाहर निकलेगी इसे बेहतर परिणाम भी मिलेगा लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण यह योजना अब तक लागू नहीं हो पाई है।
बिलासपुर।सैर सपाटे के लिहाज से पर्यटकों के बीच कानन पेंडारी जू के बाद कोई दूसरी जगह है तो वह अचानकमार टाइगर रिजर्व है वैसे तो यहां प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पर्यटक आते हैं लेकिन शनिवार और रविवार को संख्या सामान्य दिनों से अधिक रहती है इसमें एक ही परिवार या मित्रो का गुट ज्यादातर रहता हैं एक जिप्सी में 6 से अधिक पर्यटक को बैठने की अनुमति नहीं है इसलिए जब भी बुकिंग होती है तो जिप्सी की होती है वर्तमान में टाइगर रिजर्व के अंदर 7 जिप्सी हैं सभी की हमेशा बुकिंग रहती है लेकिन बस की बुकिंग कराने वाले पर्यटक कम रहते हैं प्रबंधन 5 से 6 पर्यटकों के लिए बस को नहीं चलाता 15 से अधिक की संख्या पर बुकिंग का प्रावधान है यही कारण है कि जब से बस की सुविधा उपलब्ध हुई है मुश्किल से 4 से 5 बार ही बस भ्रमण मार्ग पर गई बाकी समय खाली शिव तराई में खड़ी रहती है जो कहीं ना कहीं यह टाइगर रिजर्व प्रबंधन का नुकसान है और नहीं चलने के कारण बस के उपकरण भी खराब हो रहे हैं इस बस को नियमित चलाने की जरूरत है लेकिन बुकिंग ही नहीं मिल पा रही है इसके बावजूद प्रबंधन उस योजना को भी लागू नहीं कर रही है जिसमें इस बस को शहर या आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक भेजने की योजना थी जैसे ही ग्रुप बुकिंग के लिए बस टाइगर रिजर्व के बाहर निकलेगी इसे बेहतर परिणाम भी मिलेगा लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के कारण यह योजना अब तक लागू नहीं हो पाई है।