जगदलपुर। बस्तर प्रशासन की त्वरित और संगठित कार्रवाई ने आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले से 39 मजदूरों को बंधनमुक्त कराया. कलेक्टर के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम को भेजा गया, जिसने स्थानीय प्रशासन की मदद से 4 अगस्त को कार्यस्थल पर छापा मारा.
मुक्त कराए गए मजदूरों में बस्तर के 13, दंतेवाड़ा के 8, कांकेर के 2, मलकानगिरी के 10, कोरापुट के 5 और नवरंगपुर के 1 मजदूर शामिल हैं. मजदूरों से जब्त मोबाइल फोन वापस दिलवाए गए और ₹4.64 लाख की बकाया मजदूरी भी दिलाई गई. ये मजदूर महीनों से कैद थे—न घर जाने की इजाजत थी, न परिवार से बात करने का अधिकार. अब सभी को स्वास्थ्य जांच और जरूरी सहायता सामग्री देकर 7 अगस्त को उनके गांव भेजा गया.
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भांसी थाना क्षेत्र में गुरुवार को दो अलग-अलग हादसों ने गांव को गमगीन कर दिया. 8 वर्षीय हर्ष नाग स्लरी पाइपलाइन के खुले गहरे गड्ढे में गिर गया, जबकि 5 वर्षीय विनोद बरसा नाले में डूब गया.हर्ष स्कूल से लौटने के बाद खेलते हुए पाइपलाइन के पास पहुंचा और फिसलकर 12 फीट गहरे गड्ढे में जा गिरा. वहीं विनोद खेलते-खेलते घर से नाले की ओर चला गया और वापस नहीं लौटा. ग्रामीणों का आरोप है कि पाइपलाइन गड्ढों के पास न बैरिकेड हैं, न चेतावनी बोर्ड. पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं हुई. अब लोग कड़ी कार्रवाई और सुरक्षा इंतजाम की मांग कर रहे हैं.