Raipur.�रायपुर। छत्तीसगढ़ के मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र एवं जगदलपुर के हजारीगुड़ा गांव में हुई दर्दनाक घटना ने पूरे प्रदेश को शोक संतप्त कर दिया है। बारिश के मौसम में नहाते समय गहरे पानी में डूबने से पांच मासूम बच्चों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा
दुख प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, "यह समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। इन मासूम बच्चों की अकाल मृत्यु ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें और शोकाकुल परिवारों को इस कठिन समय को सहन करने की शक्ति दें।"
मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी क्षेत्र एवं जगदलपुर के हजारीगुड़ा गांव में पांच मासूम बच्चों की नहाते समय गहरे पानी में डूबने से हुई दर्दनाक मौत का समाचार अत्यंत दुखद है।
प्रभु श्री राम से दिवंगत आत्माओं की शांति प्रदान करने एवं शोकाकुल परिवारजनों को दुःख की यह घड़ी सहन करने की शक्ति…
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देशित किया है कि शासकीय नियमानुसार प्रत्येक पीड़ित परिवार को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि तत्काल प्रदान की जाए, ताकि इस त्रासदी में उनका थोड़ा आर्थिक संबल बन सके। यह घटना ऐसे समय में घटी जब प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भारी वर्षा का दौर जारी है और नदी-नाले उफान पर हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, दोनों घटनाएं अलग-अलग स्थानों पर हुईं लेकिन परिस्थिति एक जैसी रही—बच्चे पास के जल स्रोत में नहाने गए थे, जहां गहराई और जल प्रवाह का अंदाजा न लग पाने के कारण वे डूब गए। बचाव के प्रयास किए गए, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
मुख्यमंत्री साय ने आम जनता से बारिश के मौसम में विशेष सतर्कता बरतने की अपील करते हुए कहा, "तेज प्रवाह वाले नदी-नालों, गहरे कुएं, जलाशयों एवं अन्य जल स्रोतों से दूर रहें, विशेषकर छोटे बच्चों को ऐसे स्थानों पर अकेले न जाने दें। थोड़ी सी लापरवाही भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।" प्रदेश सरकार की ओर से
राहत व बचाव दलों को सतर्क रहने और जल स्रोतों के आसपास सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सचेत करने के लिए भी कहा गया है। यह घटना प्रदेश के लिए एक चेतावनी है कि बारिश के मौसम में प्राकृतिक जल स्रोतों के प्रति सावधानी ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है। मुख्यमंत्री ने अंत में दोहराया कि प्रदेश सरकार प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के लिए संकल्पबद्ध है और इस दुःख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।