रायपुर। राजधानी रायपुर के उरला थाना क्षेत्र में एक मजदूर की मारपीट के बाद मौत हो गई। घटना नवदुर्गा इस्पात कंपनी के बाहर हुई, जहां मामूली कहासुनी के बाद चार लोगों ने मिलकर मजदूर धीरज साहू पर लोहे के पाइप और मुक्कों से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल धीरज की इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से चारों आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296, 115(2), 351(2), 109, 103(1), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मामूली बात पर बिगड़ा मामला, जानलेवा हमला
थाना उरला में प्रार्थी राहुल विश्वकर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह और मृतक धीरज साहू दोनों नवदुर्गा इस्पात कंपनी, सरोरा में मजदूरी करते थे। 5 अगस्त 2025 की रात करीब 10.15 बजे दोनों कंपनी से बाहर निकले। उसी समय धीरज साहू ने देखा कि उसकी स्कूटी पर एक अज्ञात युवक बैठा हुआ है। जब उसने युवक को उतरने को कहा, तो आरोपी ने अश्लील गालियां दीं। बात इतनी बढ़ गई कि आरोपी ने अपने अन्य 2-3 साथियों को बुला लिया और सबने मिलकर धीरज पर लात-घूंसों और लोहे के पाइप से हमला कर दिया। इस हमले में धीरज को गंभीर चोटें आईं—उसके दोनों हाथ, पैर और अन्य अंगों पर गहरी चोटें थीं। घायलावस्था में उसे एनकेडी अस्पताल बीरगांव में भर्ती कराया गया। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने तत्काल अपराध क्रमांक 215/25 दर्ज कर जांच शुरू की।
इलाज के दौरान तोड़ा दम, हत्या की धारा जोड़ी गई
प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस ने आरोपीगण के खिलाफ धारा 296, 115(2), 351(2), 3(5) बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया था। लेकिन 8 अगस्त 2025 को धीरज साहू की उपचार के दौरान मौत हो जाने के बाद मामले में धारा 103(1) (हत्या से संबंधित) जोड़ी गई। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम कराया और जांच तेज कर दी।
सीसीटीवी फुटेज से हुई पहचान, आरोपियों ने कबूला जुर्म
पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच की, जिसमें चार संदिग्धों की पहचान हुई। इसके बाद तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संजय महतो, संतोष महतो, राजीव कुमार और पप्पू कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में चारों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त लोहे का पाइप भी बरामद कर लिया है। आरोपियों को आज दिनांक 8 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर रिमांड पर भेज दिया गया है।
आरोपी मजदूर, सभी बिहार निवासी
चारों आरोपी भी नवदुर्गा इस्पात कंपनी या आसपास मजदूरी करते थे और मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। वर्तमान में सभी उरला के बेन्द्री रोड स्थित बिजली ऑफिस के पीछे किराए के मकानों में रहते थे।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम व विवरण इस प्रकार हैं:
संजय महतो, पिता रामकिशोर महतो, उम्र 22 वर्ष, निवासी थुमहा थाना रूनीसेतपुर, जिला सीतामढ़ी (बिहार)
संतोष महतो, पिता हुलास महतो, उम्र 42 वर्ष, निवासी बैलगढ़ थाना रूनीसेतपुर, जिला सीतामढ़ी (बिहार)
राजीव कुमार, पिता अजय राम उर्फ विजय, उम्र 42 वर्ष, निवासी कपेन, थाना हथौड़ी, जिला मुजफ्फरपुर (बिहार)
पप्पू कुमार, पिता अशेषर यादव, उम्र 22 वर्ष, निवासी भरवारा, थाना कमतौल, जिला मुजफ्फरपुर (बिहार)
पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों में संतोष
पुलिस की त्वरित और सटीक जांच के चलते घटना के सभी आरोपी महज तीन दिन में गिरफ्तार कर लिए गए। इससे आम जनता में पुलिस की कार्यप्रणाली के प्रति भरोसा भी बढ़ा है।
आगे की कार्रवाई जारी
थाना उरला पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ सभी आवश्यक धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है। मामले में पुलिस अन्य गवाहों के बयान, तकनीकी साक्ष्य और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर चार्जशीट तैयार कर रही है। यह मामला एक बार फिर दर्शाता है कि कैसे मामूली विवाद भी घातक रूप ले सकते हैं। पुलिस ने अपील की है कि लोग कानून को अपने हाथ में लेने के बजाय किसी भी विवाद की स्थिति में शांति और संयम बनाए रखें।